नई सदी से मिल रही यह कैसी सौगात l
बेटा कहता बाप से तेरी क्या औकात ॥
पानी आंखो का मरा मरी शर्मा और लाज ।
कहे बहू और सास से घर में मेरा राज ॥
भाई भाई करता नहीं भाई पर विश्वास ।
बहन पराई हो गई साली खासमखास ॥
मंदिर में पूजा करें घर में करें क्लेश ।
बाप तो बोझा लगे पत्थर लगे गणेश ॥
बचे कहां अब शेष हैं दया धर्म ईमान ।
पत्थर के भगवान हैं पत्थर दिल इंसान ॥
पत्थर के भगवान को लगते छप्पन ।
भोग मर जाते फुटपाथ पर भूखे नंगे लोग ॥
फैला है पाखंड का अंधकार चहुँ ओर ।
पापी करते जागरण मचा मचा कर शोर ॥
पहन मुखौटा धर्म का करते दिन-भर पाप ।
भण्डारे करते फिरें घर मे भूखा बाप ॥
What kind of gift are you getting from the new century?
The son says what is your status with the father?
Sharma and shame died of watery eyes.
Tell my daughter-in-law and mother-in-law my secret in the house.
Brother doesn’t believe in brother.
Sister-in-law has become a foreigner.
Worship in the temple, make trouble at home.
The Father is the burden of stone like Ganesha.
Where is the rest now, mercy religion is faith.
Stone hearted man is the God of stone.
Fifty-six looks to the God of stone.
Hungry naked people on the pavement die.
The darkness of hypocrisy has spread everywhere.
Making sinners raises the noise
Wearing a mask of religion, sins all day long.
Hungry father in the house while doing the bhandare