श्याम तेरा ये अहसान है,
मेरी जग में जो पहचान है,
इस तन में जो सांसे बसी तेरे चरणों का ही दाम है,
श्याम तेरा ये अहसान है …
जन्म जबसे लिया रूप देखा तेरा,
देखते देखते मैं हुआ हु बड़ा,
नहीं होता कही मेरा नामो निशान मेरे सिर पे होता हाथ तेरा,
तेरे उपकार से सँवारे मेरे होठो पे मुश्कान है,
इस तन में जो सांसे वसी तेरे चरणों का ही दान है
श्याम तेरा ये अहसान है …
जब तलक मैं जियो सांस इस तन से लू,
बस यही है दुआ ध्यान तेरा करू,
ऐसा वरदान दो मेरा कल्याण हो,
उम्र जब तक रहे तेरी सेवा करू,
मेरी कुछ भी नहीं ज़िंदगी सारी तुझपे ही कुर्बान है
इस तन में जो सांसे वसी तेरे चरणों का ही दान है
श्याम तेरा ये अहसान है …
मैं तू हु एक दुआ जिसका नामो निशान,
बिन तेरे सँवारे इस यहाँ में कहा,
मेरी ऊँगली पकड़ ले चलो तुम कही.
पीछे पीछे चलुगा ले जाऊ गे यहाँ.
शर्मा का कुछ नहीं है वायुद तेरे हाथो में ही जान है,
इस तन में जो सांसे वसी तेरे चरणों का ही दान है
श्याम तेरा ये अहसान है …
Shyam is your favour,
The identity I have in my world,
The breath that resides in this body is the price of your feet,
This is your favor Shyam…
Ever since you were born, I saw your form,
Seeing that I have grown up,
My name would not have been a mark on my head, your hand would have been there,
There is a smile on my lips adorned with your gratitude,
The breath in this body is the gift of your feet
This is your favor Shyam…
When I live for a while, take my breath from this body,
This is the only prayer to meditate on you,
Give me such a boon, be my welfare,
I will serve you as long as I live,
I have nothing my life is all sacrificed on you
The breath in this body is the gift of your feet
Shyam is your favor…
I am you a prayer whose name is a mark,
In this place without you said,
Take hold of my finger, let you go somewhere.
I will take you back here.
Sharma has nothing, Vayud is life in your hands,
The breath in this body is the gift of your feet
Shyam is your favor…