हे गुरुवर आप मेरे मोक्ष के आधार हो,
आप नैया आप सागर आप ही पतवार हो,
हे गुरुवर आप मेरे मोक्ष के आधार हो
आप के भजनो में मेरे मन का दर्पण धो दियां,
आप जो मेरे हुए तो मैं को मैंने खो दिया,
ज्ञान की परिभाषा हो और सच का सच में सार हो,
हे गुरुवर आप मेरे मोक्ष के आधार हो
आप के हाथो में मुनि वर अब ये मेरा हाथ है,
आप की छाया में मैं हु तो दिन से उजली ये रात है,
क्यों मेरी इस आत्मा पे वासना का पार हो,
हे गुरुवर आप मेरे मोक्ष के आधार हो
आप के महाकवाये का हिरदये से जब भी स्पर्श हो,
मेरे अंतर मन से मेरा जब भी विचार भिमर्ष हो,
आती जाती साँस होने आप ही उस पार हो,
हे गुरुवर आप मेरे मोक्ष के आधार हो
O Guru, you are the basis of my salvation,
You are the sea, you are the rudder,
O Guru, you are the basis of my salvation
Washed the mirror of my mind in your hymns,
I lost you who were mine,
Let knowledge be the definition and truth really has the essence,
O Guru, you are the basis of my salvation
Muni in your hands, now this is my hand,
I am in your shadow, so this night is brighter than the day,
Why should this soul of mine have the cross of lust?
O Guru, you are the basis of my salvation
Whenever you touch your heart with your heart,
Whenever my thoughts are confused with my inner mind,
When the breath comes and goes, you are on the other side.
O Guru, you are the basis of my salvation