जितने भी मिले गे जनम यही मांगते तुमसे हम,
सेवा करू तेरी हर दम कसम लेलो कसम,
तेरे नाम का पी के प्याला मैं ऐसा योगी बना हु,
भजनो को गाते गाते मैं ऐसा रोगी बना हु,
ये रोग न करना कम कसम लेलो कसम,
जे साथ कब्भी ना टूटे ये हाथ कभी न छूटे,
तुम मुझसे रूठ न जाना चाहे दुनियां सारी रूठे,
तू जान नहीं मेरा हरदम,कसम लेलो कसम,
तूने इतना दिया है फिर भी ये मेरी है खुद गरजी,
चरणों से लगाए रखना तेरे श्याम की है अर्जी,
जब तक मेरे दम में है दम, कसम लेलो कसम,
Whatever birth we get, we ask for this from you,
Do service, take your oath every time,
I have become such a yogi in the cup of your name.
I have become such a patient while singing hymns,
Swear less not to do this disease, take an oath,
Never ever break with me, never leave this hand,
You don’t get angry with me, even if the whole world is angry,
You do not know my heart, take an oath, take an oath,
You have given so much, yet it is mine.
It is your Shyam’s request to keep me at your feet.
As long as I have my strength, take my oath,