अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
सपने में आ जाना कान्हा ये बोल के सोते है,
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
सपने में आये तू कही आंख न खुल जाये,
बाते करते करते दिन रात निकल जाये,
इस दुनिया से हर नाता हम तोड़ के सोते है,
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
सपना टूटे मेरा सपने में खो जाऊ,
सपने की चाहत में मैं फिर से सो जाऊ,
जीवन की सारी ईशा हम छोड़ के सोते है,.
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
ये प्रेम हमारा श्याम बस इतना बढ़ जाये,
सपने में आने की तुझे आद्दत पड़ जाये,
बनवारी इन हाथो को हम जोड़ के सोते है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
We sleep with the door of our heart open,
Coming in a dream, Kanha sleeps by saying this,
We sleep with the door of our heart open,
If you come in a dream, do not open your eyes anywhere,
Day and night go out while talking,
We sleep by breaking every ties with this world,
We sleep with the door of our heart open,
If my dream is broken, I get lost in my dream,
In the desire of dreams, I fall asleep again,
We leave all the Isha of life and sleep.
We sleep with the door of our heart open,
This love our shyam just increases so much,
If you get used to coming in dreams,
Banwari we sleep by joining these hands
We sleep with the door of our heart open,