सच्चे मन से पूर्वजो पे शरधा दिखाइए,
अपने पितरो का पावन वरदान पाइये,
पितर खुश होंगे तो दुःख मिट जायेगे,
बिन मांगे ही जग में समान पाइये,
कहते है पूर्वजो की किरपा जब मिले,
सोई तकदीर के दरवाजे खुले ,
चरणों में उनके भक्ति से सिर झुकाइये,
बिन मांगे ही जग में समान पाइये,
अपने पितरो को जो याद करते याहा,
पूर्वजो की दया से फुले फलते याहा,
पितर देवता है उनका गुण गान गाइये,
बिन मांगे ही जग में समान पाइये,
पितर जिसके दुखी हो भटके यहाँ,
उनके परिवार ही दुःख में रहते यहाँ,
हाथ जोड़ पितर पक्ष में शमा माँगिये
बिन मांगे ही जग में समान पाइये,
Show your devotion to the ancestors with a sincere heart,
Get the holy boon of your ancestors,
If the father is happy, then sorrow will disappear.
Get equal in the world without asking,
It is said that when the ancestors met,
The doors of sleeping fortune opened,
bow your head in devotion at his feet,
Get equal in the world without asking,
Yaha who remembers his fathers,
Yaha flourishing with the mercy of the ancestors,
Sing the praises of the ancestors,
Get equal in the world without asking,
Whose father is sad wanders here,
Only their families live here in sorrow,
Join hands and ask for forgiveness in the father’s side
Get equal in the world without asking,