॥‘ साईं का दीवाना मन हमारा ‘॥
ॐ साईं राम ’
’ शिर्डी वाले तू ओ , शिर्डी वाले ,
शिर्फ़ इतना मुझे दान देदे, अपने चरणों मई स्थान देदे .
सच है क्या जूठ क्या है अभी तक , जान ता ही नहीं मन यह मेरा ,
हर तरफ दिल में छाया हुआ है , अज्ञान का यह अँधेरा ,
मई चलू तो चलू किस डगर पर , आज मुझे यह ध्यान देदे ,
अपने चरणों मई स्थान दे दे …
शिर्डी वाले तू ओ शिर्डी वाले , सिर्फ इतना मुझे दान दे दे ,
अपने चरणों में स्थान दे दे …
हर किसी भीड़ के साथ चल कर , मन का विश्वास खोने लगा है ,
अजनबी हो गया हूँ खुद से , ऐसा महेसुस होने लगा है ,
अपने भक्तो मई कर मुझको शामिल , साईं मुझे यह सन्मान दे दे ..
अपने चरणों में स्थान दे दे …
शिर्डी वाले तू ओ शिर्डी वाले , सिर्फ इतना मुझे दान दे दे .
अपने चरणों मई स्थान दे दे …
‘ Sai’s crazy mind is ours ‘
‘Sai Ram’
‘ You are from Shirdi, you are from Shirdi,
Just donate so much to me, give me a place at your feet.
Is it true, what is the lie yet, I don’t even know my mind,
There is a shadow in the heart everywhere, this darkness of ignorance,
May I go on which path, give me this attention today,
May your feet give space…
You are from Shirdi, you are from Shirdi, just donate this much to me,
Place at your feet…
Everyone has started to lose the confidence of the mind by walking with the crowd.
I have become a stranger to myself, it is starting to feel like this,
May your devotees join me, Sai give me this respect..
Place at your feet…
You are from Shirdi, you are from Shirdi, just donate this much to me.
May your feet give space…