चलो लेके चलें बाबा की पालकी,
मिल के कहते जाए जय साई की,
जय साई की जय साई की,
जग मग जग मग ज्योत जलाओ.
सच्चे मन से साई जी का ध्यान लगाओ,
लो भभूति जरा माथे से लगाओ,
साई महिमा गाओ कह के जय साई की,
पालकी साई जी की मिल के सजाओ,
श्रद्धा और सबुरी को मन में वसाओं,
करते सब पे दया मेरे बाबा सदा,
मिल के सारे बोलो जय साई की,
गूंज रहे हर तरफ जय जय कारे,
मंदिर में भज रहे है ढोल नगाड़े,
जो भी आया यह सब के काज सवारे,
दरपे शीश झुकाओ कह के जय साई की,
Let’s take Baba’s palanquin,
Let the mill say Jai Sai,
jai sai ki jai sai ki,
Light a jag mag jag mag jyot.
Meditate on Sai ji with a sincere heart.
Take Bhabhuti, just put it on your forehead.
Sing Sai Mahima by saying Jai Sai,
Decorate the palanquin with Sai ji’s mill,
Shraddha and Saburi are fated in the mind,
Always have mercy on everyone, my Baba.
Tell me all of Jai Sai,
Jai Jai Kare echoing everywhere,
The drums are being sung in the temple,
Whoever came, let it all be for the sake of it,
Bow down on the door and say Jai Sai’s,