पवित्र मन रखो पवित्र तन रखो,
पवित्रता मनुष्यता की शान है,
जो मन कर्म वचन से पवित्र है,
वो चरित्र बाण नहीं यहाँ महान है,
बड़ा ही मुलये वाण है तुम्हरा ये जनम,
जगत की कर्म भूमि में करो भले कर्म.
अच्छे रखो विजार उत्तम करो वेहवार
आदर्श व्यक्ति की ये पहचान है,
जो मन कर्म वचन से पवित्र है,
वो चरित्र बाण नहीं यहाँ महान है,
तुम अपनी आंख में अमृत रखो विमल विमल सदा विमल विमल,
तुम्हरो वाणी में माधुर हो सदा सरल सरल,
तुम को के नीर विकार सबका करो सत्कार,
ये जन्म तुम्हारा इम्तेहान है,
जो मन कर्म वचन से पवित्र है,
वो चरित्र बाण नहीं यहाँ महान है,
Keep a pure mind, keep a pure body,
Purity is the pride of humanity,
The mind which is pure by word of action,
That character is not an arrow, it is great here,
This birth is your birth,
Do good deeds in the karmic land of the world.
keep good vijar best do wehwar
This is the hallmark of an ideal person.
The mind which is pure by word of action,
That character is not an arrow, it is great here,
Keep nectar in your eyes, Vimal Vimal, always Vimal Vimal,
You are sweet in your voice, always simple, simple,
You should be treated with respect to everyone.
This birth is your test
The mind which is pure by word of action,
That character is not an arrow, it is great here,