ढोल ताशे नगाड़े भजा के,
ले चलो गणेश जी की पालकी सजा के,
अपने पलकों में इनको बिठा के,
ले चलो गणेश जी की पालकी सजा के,
धूम मचने दो सब दिशाओ में,
घोल दो रंग इन हवाओ में,
अपने गणपत का रुतबा उचा है सारे के सारे दवाओं में,
देख कर आज गोरी लाल का प्यारा मुखड़ा दूर होंगे कलेश दिल का मिटे गा दुखड़ा,
बांटो मोदक में पड़े मिला के,
ले चलो गणेश जी की पालकी सजा के…
आज देवा की दया बरसे गी खली झोली न कोई तरसे गी,
रिद्धि तकदीर को सम्बाले सीधी खुशियों के हम को वर देंगे,
ऐसे जय घोश करो आस्मां हिल जाए हम को आशीष आज गणपति का मिल जाये,
भक्त बोले तुम्हे पास पाके,
ले चलो गणेश जी की पालकी सजा के
dhol tasse nagade ke bhaja ke,
Let’s take Ganesh ji’s palanquin for punishment,
Putting them on your eyelids,
Let’s take Ganesh ji’s palanquin for punishment,
Let there be a boom in all directions,
Mix two colors in these winds,
Your Ganpat’s status is high among all the medicines,
Seeing today, Gori Lal’s lovely face will be removed,
Distribute the modak found lying in it,
Take Ganesh ji’s palanquin for punishment…
Today God’s mercy rained down, neither did you feel any pity.
We will bless you with direct happiness that will support Riddhi’s fortune,
Jai Ghosh like this, may the spirit be shaken, may we get the blessings of Ganpati today,
The devotee said, get you near
Take Ganesh ji’s palanquin for punishment