मैं हु टाबरियां तू है सांवरिया मने रखले सेवा दार,
सँवारे गाव हरले इक बार,
बड़ी दूर से मैं चल की आया पाँव में पड़ गए छाले,
तुझबीण मेरा कोई नहीं मुझे अपनी शरण लगा ले,
अखियां बरसे मेरा मन तरसे तुम्हे कहते लाख दातार,
सँवारे गाव हरले इक बार….
तेरे दवारे आन पड़ा मैं लेकर मन में आशा,
धन दौलत जागीर न मांगू मैं दर्शन का प्यासा,
मोहनी मूरत सवारी सूरत मैं जाओ बलिहार,
सँवारे गाव हरले इक बार…….
खाटू वाले श्याम धनि तू भक्तो का रखवाला,
पल भर में तकदीर भर दे तू है बड़ा दिल वाला,
दुःख देख मेरा मैं दास तेरा सुन लो आज मेरी पुकार,
सँवारे गाव हरले इक बार………
तेरी सेवा दरी करके जीवन अपना स्वारू,
सुबह श्याम दिल के आँगन को कस के खूब बुहारू,
करुणा कार्डो मुझको वर दो गया जग से सितारा हार,
सँवारे गाव हरले इक बार,
I am the tabariyan, you are the saawariya, I am the caretaker of the service,
Save the village once again,
I walked from a great distance and got blisters on my feet,
You are none of mine, take me your refuge,
Akhiyaan rained, my heart longed to tell you lakhs of datars,
Sanware Gaon Harle Ek Bar….
I had come through you with hope in my heart,
Don’t ask for wealth and wealth, I am thirsty for darshan,
Mohini Murat rides in Surat to go to Balihar,
Sanware Gaon Harle Ek Bar…….
Khatu Wale Shyam Dhani, you are the keeper of the devotees,
Fill your fortune in a moment, you are the one with a big heart,
Seeing sorrow, my servant, listen to your call today,
Sanware Gaon Harle Ek Bar………
By serving you my life is selfish,
In the morning, the courtyard of Shyam Dil’s courtyard is tightly packed,
Give me a blessing,
Sanware village harle once,