हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू,
नैनो में शरधा मन में है सबुरी जीवन भी अर्पण करदु,
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू,
जग का स्वामी है अंतर यामी है मेरे जीवन की अनमित कहानी है तू,
तेरी शक्ति अपार तेरा पावन है दवार तेरा पूजा मेरा जीवन आधार,
भूल तेरे चरणों की लेकर जीवन को साकार किया,
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू,
मन में है कामना और कुछ जानू न ज़िंदगी भर करू तेरी आराधन,
सुख की पेहचान दे तू मुझे ज्ञान दे प्रेम सब से करू ऐसा वरदान दे,
तूने दिया बल निर्धन को अज्ञानी को ज्ञान दिया,
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू,
O Shirdi, my Sai Nath is the master of everything, you are in the world.
In Nano, Shardha is in my mind, I should also offer Saburi life.
O Shirdi, my Sai Nath is the master of everything, you are in the world.
The lord of the world is the difference, you are the infinite story of my life,
Your power is immense, your sacred door, your worship is my life base,
Made life a reality by taking the mistake of your feet,
O Shirdi, my Sai Nath is the master of everything, you are in the world.
I have desire in my mind and do not know anything, I should worship you throughout my life,
Give me the identity of happiness, give me knowledge, give me such a boon to love everyone,
You gave strength to the poor, gave knowledge to the ignorant,
O Shirdi, my Sai Nath is the master of everything, you are in the world.