मैं तो बंदा था किस्मत का मारा श्याम तेरा मिला जब सहारा,
मेरी किस्मत का दाग धूल गया मेरा संवारा मुझे मिल गया,
मेरे अपनों ने मुझको सताया मैंने खुद को अकेला है पाया,
मेरे अपने हुए पराये नहीं जाते है दिन वो भुलाये.
रोते दिल में तुझे जब पुकारा बन के आया तू मेरा सहारा,
किस्मत का द्वार खुल गया
मेरा सांवरा मुझे मिल गया…
तुम जो मिलता नहीं मेरे दाता बोलो कैसे मैं जीवन बीतता,
मैंने दर दर की ठोकर है खाई तेरी भक्ति यहाँ खींच लाई,
तेरे चरणों में पाया ठिकाना श्याम तेरा हुआ मैं दीवाना,
मेरा सांवरा मुझे मिल गया…
बिना पानी के नैया चले है बिना बोले बोले ही संकट टले है,
बिना मांगे झोली ये भरता बिना पूछे ही पतो को हर्ता,
मेरे आंसू यही पौंछ ढाले मेरा जीवन इसी की हवाले,
हर्ष गम का तूफ़ान निकल गया,
मेरा सांवरा मुझे मिल गया…
I was a man of luck, when Shyam got your support,
The stain of my luck got dusted, I got my grooming,
My loved ones harassed me I found myself alone
My own people are not gone, the days they are forgotten.
When I called you in a crying heart, you came as my support,
the door of fate opened
I got my samvara…
What you do not get my giver, tell me how I pass my life,
I have stumbled from door to door, my devotion has pulled you here,
Shyam found the place at your feet, I became crazy about you,
I got my samvara…
The boat has sailed without water, the crisis is averted without speaking,
He fills the bag without asking, without asking, he destroys the addresses,
This wipes my tears, my life is handed over to this,
The storm of joy and sorrow has gone,
I got my samvara…