आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका,
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका,
आया हूँ तेरे द्वार पे मुझको संभालिये,
दर्शन की आस दिल में है, खली ना टालिए.
घबरा के दम ना तोड़ दे बीमार आपका,
सजदा कबूल हो न हो, दर पे पड़ा रहूँ,
मैं तो इस दरबार के सन्मुख खड़ा रहूँ,
जाऊं कहाँ मैं छोड़ के दरबार आपका,
दासी की है ये आरज़ू इक बार देख ले,
डाली से फूल टूट कर शायद न फिर खिले,
इक रोज़ छोड़ जाएंगे ये संसार आपका,
(MAST BANDHU)
Your eyes are waiting for the government,
Don’t know when we will see you,
I have come, take care of me at your door.
The hope of darshan is in the heart, don’t postpone it.
Don’t die of panic, your sick
Won’t accept Sajda, I should stay at the rate,
I shall stand in front of this court,
Where should I leave your court,
This is the maid’s wish, see once
Flowers break from the branch and may not bloom again,
This world will leave you one day,
(MAST BANDHU)