बाला जी का सूंदर नजारा ये तो तीर्थो में तीर्थ न्यारा,
दरबार बाबा का है निराला यहाँ किस्मत का खुलता है ताला,
माँ अंजनी का पुत्र ये प्यारा ये तो तीर्थो में तीर्थ है न्यारा,
इनके चरणों में सिर जो झुकाते हर संकट से मुक्ति वो पाते,
श्री राम जी का है दुलारा ये तो तीर्थो में तीर्थ है न्यारा
जो भी बाला जी का गुणगान गावे,
बल भुधि विद्या पावे इनके मंदिर में गूंजा जैकारा,
ये तो तीर्थो में तीर्थ है न्यारा
भक्त बाला जी के दर्शन को आते,
सिया राम की किरपा भी वो पाते,
हर किसी को है मिलता सहारा,
ये तो तीर्थो में तीर्थ है न्यारा
The beautiful view of Bala ji is a pilgrimage among the pilgrimages.
The court is of Baba’s unique, here the lock of luck opens,
Mother Anjani’s son, this beloved, this is a pilgrimage among the pilgrimages,
Those who bowed their heads at their feet, they would have got freedom from every crisis,
Shri Ram is dear to him, this is a pilgrimage among pilgrimages
Whoever sings the praises of Balaji,
Bal Bhudhi Vidya Paave reverberated in his temple, Jakara,
This is a pilgrimage among pilgrimages
Devotees come to see Bala ji,
He would also get the kirpa of Siya Ram,
Everyone has support,
This is a pilgrimage among pilgrimages