जद वि मुश्किल सिर उते पई,
साई साई जप्या ते गल बन गई,
बाबा साई जप्या ते गल बन गई
जा लभ ले शिरडी वाले न किते खुशिया वंद दा हॉवे गा,
जो ढूबन लगे मजधार दे विच ओह्दी बाह नु फड़ दा हॉवे गा,
साई साई जप्या ते गल बन गई,
जरा साई तो जा के मंग ता सही,
ओहदे बूहे अर्जी टंग ता सही,
तेरी आस न पूजे फिर कह दई,
तेरी गल बने न फिर कह दई,
गल तेरी बने न तू मैनु फड़ लई,
साई साई जप्या ते गल बन गई,
जेहड़ा बेहड़ी बने लौंडा है,
जेहड़ा सब दे कर्म कमोदा है,
जेहड़ा दुखियाँ दर ते आ जावे ओह्दी झोली मुरदा पौंदा है,
जदो दी साई ने मेरी बाह फड़ लई,
साई साई जप्या ते गल बन गई,
Jad vi mushkil sir utte pai,
Sai Sai Japya Te Gal Ban Gayi,
Baba Sai chanted and it became a thing
Ja Labh Le Shirdi Wale Na Kite Khushiya Vand Da Howe Ga,
Jo dhuban lage majdhar de vich ohdi baah nu phad da hove ga,
Sai Sai Japya Te Gal Ban Gayi,
Zara Sai To Ja Ke Mang Ta Sahi,
Ohde boohe arji tang ta sahi,
Teri Aas Na Pooje Phir Kah Dai,
Teri gal bane na phir kah dai,
Gal Teri Bane Na Tu Mainu Phad Lai,
Sai Sai Japya Te Gal Ban Gayi,
Jehra Behri Bane Launda Hai,
Jehra sab de karma kamoda hai,
Whoever comes to the door of the suffering, his pocket dies,
Jado Di Sai Ne Meri Baah Phad Lai,
Sai Sai Japya Te Gal Ban Gayi,