परिचय : भगतो पर जब भी संकट के बादल मंडराते है,माँ की लाल चुनरिया बच्चो की सिर पर ममता की छाया बनकर ढक लेती है | कुछ ऐसे ही भावो को माँ अपने भगतो के लिए कहना चाहती है |
पल्लो चुनरी को गेर,ढक कर राखूं चारूं मेर
काई कर लेसी ओ सारो संसार देखले
रांखू कालजे में भगतां को परिवार देखले
दिन भर मेरे कालजे में झाँक झाँक कर देखू मैं
सारी सारी रात न सोऊ,जाग जाग कर देखू मैं
थाने देखती रहू मैं , सौ सौ बार देखले
रांखू कालजे में भगतां को परिवार देखले
पल्लो चुनरी को गेर,ढक कर राखूं चारूं मेर
काई कर लेसी ओ सारो संसार देखले
रांखू कालजे में भगतां को परिवार देखले
Introduction: Whenever the clouds of trouble hover over the devotees, the mother’s red chunaria covers the children’s heads as a shadow of love. Mother wants to say some similar feelings for her devotees.
Wear the pallo chunari, cover it and rakhun me
Kai kar lesi o see the whole world
See Bhagtan’s family in Rankhu Kalje
All day long I will peep into my black
Don’t sleep all night, wake up and see me
Keep watching the police station, I have seen a hundred times
See Bhagtan’s family in Rankhu Kalje
Wear the pallo chunari, cover it and rakhun me
Kai kar lesi o see the whole world
See Bhagtan’s family in Rankhu Kalje