ओ कान्हा ओ कृष्णा,
खो गए तुम न जाने कहा,
निर्मोही ओ कान्हा,
मैं अधूरी हु तुम बिन यहाँ,
बैरी तुम क्या जानो,
ये विरह की अगन कैसी है,
कैसी मैं समझों,
हर घडी एक युग जैसी है,
भूले क्यों सुध मेरी,
ये बता दे मैं जाऊं कहा ,
ओ कान्हा ओ कृष्णा,
Oh Kanha oh Krishna,
Lost you said don’t know,
Nirmohi oh kanha,
I am incomplete without you here
What do you know, Barry?
How is this fire of separation?
How do I understand
Every hour is like an era
Forget why Mary,
Tell give I go said,
O kanha o krishna,