मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी तेरी शरण में आया
इस जग का मैं हूँ सताया,
मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी…
तूने मुझ को नयन ज्योति दी, तुझ को ही ना पाया
दर दर भटका हूँ इस जग में, फिर भी समझ ना पाया
मैं अब तो घबराया, प्रभु जी, मैं अब तो घबराया
मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी…
मैंने सुना है तू है दयालु, और बड़ा ही दानी
तुझ को भुला कर मैं इस जग में करता रहा मनमानी
मैं अब तो शर्मामा, प्रभु जी, मई अब तो शरमाया
मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी…
तूने मुझ को जीवन सौंपा, कुछ ही किया न अर्पण
काया जिसको रोज निहारे टूट गया वो दर्पण
मैं अब तो घबराया, प्रबु जी मैं अब तो घबराया
मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी…स्वरस्वामी भुवनेश्वरी देवी जी महाराज
I have come under your shelter, Lord, I have come under your shelter.
I am the tormentor of this world,
I have come under your shelter, Lord.
You gave me a new light, I could not find you
I have wandered in this world, still I could not understand
I’m scared now, Lord, I’m scared now
I have come under your shelter, Lord.
I have heard that you are kind and generous
Forgetting you, I kept doing arbitrariness in this world
I’m shy now, Lord, I’m shy now
I have come under your shelter, Lord.
You gave life to me, did nothing or surrender
The mirror that broke the body every day
I’m scared now, Prabu ji, I’m scared now
I have come under your shelter, Lord ji…Swaraswami Bhuvaneshwari Devi Ji Maharaj