रंग घोले कोई भंग घोले कोई मस्ती में रहा झूम,
बरस रहा छम छम सावन होरी का
बजे ढोल मृदंग मजीरा, बजे बांस की पूरी
छनके पायल, छनके नुपुर, नाचे छोरा छोरी
रंग घोले कोई भंग घोले…
किसी के हाथ में केसर होरी, किसी के हाथ पिचकारी
किसी के पकडे रंग की बदर्यीया, किसी ने पुष्प की दारी
रंग घोले कोई भंग घोले…
हरो को झूमे नाचे गाये, बरस रही रास की धरा
रंगो के सावन में बेरंग रह गया मधुक बेचारा
रंग घोले कोई भंग घोलेस्वरस्वामी भुवनेश्वरी देवी जी महाराज
Somebody dissolves, some dissolves, some people are in fun,
It’s raining Chham Chham Sawan Hori Ka
baje dhol mridang majira, baje bamboo ki puri
Chanke Payal, Filter Nupur, Dance Chora Chori
Dissolve any color dissolve…
Saffron hori in someone’s hand, atomizer in someone’s hand
Somebody caught the color of the color, someone wore the flower
Dissolve any color dissolve…
Singing and dancing, the land of Ras is raining.
Poor Madhuk remained colorless in the season of colors