है प्रेम जहाँ की रीत सदा

IMG 20220912 WA0083

है प्रेम जहां की रीत सदा,
में गीत वहां के गाता हूं,
खाटू में आता जाता हूं,
और बाबा के गुण गाता हूं,

श्री श्याम श्री श्याम,
श्री श्याम श्री श्याम,
जय श्री श्याम

मेरे श्याम प्रभु का भक्त वही,
जो हर ग्यारस खाटू जाता है,
जीवन को संवारा बाबा ने,
जो प्रेमी श्याम गुण गाता है,
हो जिसे जान चुकी सारी दुनिया,
मैं मंत्र वही दोहराता हूं,
खाटू में……

जब दुख के बादल मंडराते
तो मेरा श्याम दौड़ा चला आता है
मेरे श्याम की शरण में जो आता
वो मन वांछित फल पाता है
इतने पावन हैं श्याम मेरे,
मैं नित नित शीश झुकाता हूं
खाटू में……

जो हार के खाटू जाता है
मेरा श्याम उसे अपनाता है
जो प्रेमी प्रेम बढ़ाता है
मेरे श्याम के मन को भाता है
हो मेरा श्याम हमेशा साथ मेरे,
यही सोच के बीजू इतराता हूं
खाटू में………

जय श्री श्याम

Where is love the way it is always,
I sing songs there,
I come to Khatu,
And sing the praises of Baba,

Shree Shyam Shree Shyam,
Shree Shyam Shree Shyam,
Hail Lord Shyam

He is the devotee of my Shyam Prabhu.
The one who eats every eleventh,
Baba saved life
The lover who sings Shyam Guna,
Yes, the whole world has known,
I repeat the same mantra,
In Khatu……

when the clouds of sorrow loom
So my shyam comes running
Whoever comes in the shelter of my shyam
that mind gets the desired result
Shyam is so pure,
I always bow my head
In Khatu……

one who loses
my shyam adopts him
the lover who increases love
i like shyam
Yes my shyam always with me,
This is the thought of Biju
In Khatu………

Hail Lord Shyam

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *