अब न प्यारे वक़्त है आराम का,
आ गया लो मेला मेरे श्याम का,
श्याम धवजा जो लहराई,
प्रेमी सारे झूम उठे,
श्याम तरंग ऐसी छाई सब खाटू की और चले,
मौसम है ये चंग और धमाल का,
आ गया लो मेला मेरे श्याम का,
ठंडी ठंडी पवन चली फागण की रुत आयी है,
लगता है के बाबुल के घर से चिठ्ठी आई है,
आता है सपना भी अब तो खाटू धाम का,
आ गया लो मेला मेरे श्याम का,
मेले पर मेरा सांवरिया जी भर प्रेम लुटाता है,
लूट लो जितना जी चाहे ये मौका कब आता है,
चढ़ने लगा है राज नशा श्याम नाम का,
आ गया लो मेला मेरे श्याम का,
Now is not a lovely time to rest,
My Shyam’s fair has come,
Shyam Dhavaja who waved,
The lovers all jumped,
Shyam wave like this covered everyone and walked towards Khatu,
This is the season of change and glory,
My Shyam’s fair has come,
The cold cold wind blows, the path of Fagan has come,
It seems that a letter has come from the house of Babylon.
Now comes the dream of Khatu Dham,
My Shyam’s fair has come,
My Saawariya spends all her love on the fair,
Loot as much as you want, when this opportunity comes,
The king’s intoxication named Shyam has started climbing,
My Shyam’s fair has come,