मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया

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मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया,
जगे भाग मेरे तुझे मैंने पाया,
मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया,

भटकता रहा मैं कहा से कहा तक ना मंजिल कोई थी न साथी मेरा तब,
तभी काम मेरे मेरा श्याम आया,
जगे भाग मेरे तुझे मैंने पाया,
मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया,

ये बंधन है झूठे जो कहते थे अपने वो साथी भी झूठे,
मुझे सँवारे ने गले से लगाया,
जगे भाग मेरे तुझे मैंने पाया,
मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया,

ना कहता  किसी की बाते है मेरी,
बदल ही गई आज दुनिया ही मेरी,
पंकज को अपना दीवाना बनाया,
जगे भाग मेरे तुझे मैंने पाया,
मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया,

I have Mohan’s shadow at every step,
Awake, I found you
I have Mohan’s shadow at every step,

Where did I keep wandering, till where there was no destination, nor my partner then,
Then came my work, my shyam.
Awake, I found you
I have Mohan’s shadow at every step,

This bondage is a liar, who used to say that his companions are also liars.
The groom hugged me,
Awake, I found you
I have Mohan’s shadow at every step,

I don’t say anyone’s talk is mine,
Today the world has changed for me,
Made Pankaj his lover,
Awake, I found you
I have Mohan’s shadow at every step,

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