क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का
साथ देती नहीं यह किसी का
सांस रुक जाएगी चलते चलते,
शमा बुज जाएगी जलते जलते ।
दम निकल जायेगा रौशनी का ॥
क्या भरोसा है…
हम रहे ना मोहोबत रहेगी,
दास्ताँ अपनी दुनिया कहेगी ।
नाम रह जाएगा आदमी का ॥
क्या भरोसा है…
दुनिया है इक हकीकत पुरानी,
चलते रहना है उसकी रवानी ।
फर्ज पूरा करो बंदगी का ॥
क्या भरोसा है…
स्वरओसमान मीर
what is the meaning of this life
it does not support anyone
Breathing will stop while walking,
Shama will be extinguished as soon as it burns.
The light will come out.
What do you trust…
We will not be in love,
The story will tell its world.
The name of the man will remain.
What do you trust…
The world is an old reality,
He has to keep going.
Fulfill the duty of the bandi.
What do you trust…
vowel mir