मैं सेवक तेरे चरणों का,
मोल नहीं है मेरे कर्मो का,
मैं सेवक तेरे चरणों का,
जब तेरी किरपा मिलती है तब मेरी सांसे चलती है,
मैं तो ऋणी तेरे जन्मो का,
मैं सेवक तेरे चरणों का,
कच्ची मिटटी के जैसा हु ,
जैसा बना हु मैं वैसा हु,
तेरा खिलौना हाथो का,
मैं सेवक तेरे चरणों का,
दुनिया की कड़वी सचाई,
किसने जग में प्रीत निभाई,
काया करना फिर अपनों का,
मैं सेवक तेरे चरणों का,
जीवन की जब संध्या आये शर्मा सुमिरन करता जाये,
बाबा तेरे भजनो का,
मैं सेवक तेरे चरणों का,
I am the servant of your feet,
There is no value of my deeds,
I am the servant of your feet,
When I get your mirpa, then my breath goes on,
I am indebted for your births.
I am the servant of your feet,
I am like raw clay,
I am what I am
of your toy hands,
I am the servant of your feet,
the bitter truth of the world,
Who played love in the world,
To do the work of loved ones again,
I am the servant of your feet,
When the evening of life came, Sharma kept on praising,
Baba of your bhajans,
I am the servant of your feet,