रिश्ता मैं जोड़ आई राधे और श्याम से,
लड्डू गोपाल लाइ वृन्दावन धाम से,
इस दुनिया से मैंने यु ही झूठी प्रीत लाई मिला न मुझको भाई,
लड्डू लाल को बना लिया है मैंने अपना भाई,
मैं भी चलु गी उसकी ऊँगली को थाम के,
लड्डू गोपाल लाइ वृन्दावन धाम से,
बांके बिहारी की भी ऐसी झांकी अज़ब निराली,
मोटी मोटी आंखे उनकी बिन काजल की काली,
अमृत की बुँदे झलके आखियो के याम से,
लड्डू गोपाल लाइ वृन्दावन धाम से,
सज धज कर जब श्याम सलोना मुरली मधुर बजाये,
चाँद सितारे तुझे निहारे बाल तेरे गुण गाये,
चलती है अपनी नैया इनके ही नाम से,
लड्डू गोपाल लाइ वृन्दावन धाम से,
Relationship I came to connect with Radhe and Shyam,
Laddu Gopal Lai from Vrindavan Dham,
I have brought false love from this world, neither did I get my brother,
I have made Laddu Lal my brother,
I will also go and hold his finger,
Laddu Gopal Lai from Vrindavan Dham,
Such a tableau of Banke Bihari is also amazing.
His thick eyes are black without mascara,
The drops of nectar flashed through the eyes of eyes,
Laddu Gopal Lai from Vrindavan Dham,
When Shyam Salona plays the murli melodiously,
The moon stars watching you, the hair sings your virtues,
Our boat runs in their own name,
Laddu Gopal Lai from Vrindavan Dham,