होंठो ने आपका ज़िक्र न किया पर
मेरी आंखे हर पल आपका पैग़ाम देती है।
हम दुनियाँ’ से छुपायें कैसे
हर शायरी आपका ही नाम लेती है।।
हे मेरे प्यारे प्रीतम
जिन चरणों की सेविका महालक्ष्मी स्वयमेव।
जन्म-जन्म मुझको मिले उन चरणों की सेव।।
जब तक आयु प्रसंग पर लगे ना पूर्ण विराम।
कृष्ण कृष्ण अविरल कहो श्याम श्याम अविराम।।
जीवन नैया ले चलो कृष्ण नाम के आसरे।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।।
हे मेरे सांवरियां! जगत के संताप दूर कीजियें तथा संपूर्ण विश्व की रक्षा समस्त मानवजाति का कल्याण करें।