मिलती है अम्बे रानी के दर्शन कभी-कभी,
खुशीओं में झूमता है ये तन मन कभी कभी,
मिलती है अम्बे रानी के दर्शन कभी-कभी
दर्शन की लालशन में भटक ते रहे सदा,
तन्हाइयो में खलता है जीवन कभी कभी,
मिलती है अम्बे रानी के दर्शन कभी-कभी
माता के बीच में खड़ी है दीवार खुशियों की,
खामोश होने लगती है धड़कन कभी कभी,
मिलती है अम्बे रानी के दर्शन कभी-कभी
मैया के सामने मेरी नजर झुकी हुआ,
दर्शन के नहीं दीखते शाहधन कभी कभी,
मिलती है अम्बे रानी के दर्शन कभी-कभी
Sometimes I get the vision of Ambe Rani.
Sometimes this body and mind swings in happiness,
Sometimes the darshan of Ambe Rani is found
Always wandering in the lust of darshan,
Sometimes life blooms in loneliness,
Sometimes the darshan of Ambe Rani is found
The wall of happiness stands in the middle of the mother,
Silence starts beating sometimes,
Sometimes the darshan of Ambe Rani is found
My eyes bowed before Maya,
Sometimes Shahdhan is not visible to Darshan,
Sometimes the darshan of Ambe Rani is found