मिथ्या आलोचनाओंकी चिन्ता मत करो
अमेरिकन राष्ट्रपति लिंकनके विरोधी अखबार जीखोलकर उनकी बुराई करते थे, किंतु लिंकन अविचलित भावसे अपने काममें जुटे रहते।
एक दिन उनके एक मित्रने उनसे कहा-‘विरोधी लोग आपके खिलाफ ऊल-जुलूल बातें अखबारों में प्रकाशित करवाते रहते हैं, उनकी बातोंका प्रत्युत्तरआपको भी तो देना चाहिये।”
मित्रकी बात सुनकर लिंकन मुसकराते हुए बोले ‘मित्र! यदि मैं अपनी आलोचनाओंपर ध्यान दूँ और उनका उत्तर देने लगें तो दिनभर मैं केवल इसी कामको कर पाऊँगा और इसके चलते मेरे कार्यकालमें कोई अन्य कार्य हो ही नहीं सकेगा। मेरा तो एक ही उद्देश्य है अपनी सारी योग्यता और शक्तिका उपयोग करते हुए पूर्ण ईमानदारीसे अपना काम पूरा करना। वह मैं करता हूँ और इस पदपर रहनेकी अन्तिम घड़ियोंतक करता ही रहूँगा। यदि मैं अन्तमें बुरा साबित होता हूँ, तो मैं भले ही लाख सफाई देता रहूँ कि मैं सही हूँ, मेरा रास्ता सही था— कोई इस बातको न सुनेगा और यदि मैं अन्तमें भला सिद्ध होता हूँ तो मेरे विषयमें जो प्रलाप किया जा रहा है, वह निश्चित रूपसे अनर्गल सिद्ध होगा। मुझे विरोधियोंकी ऐसी आलोचनाओंकी न तो चिन्ता है और न ही भय ।’
don’t worry about the bad reviews
American President Lincoln’s opponents used to openly criticize him in the newspapers, but Lincoln remained unperturbed in his work.
One day one of his friends said to him – ‘Opponents keep getting nonsense things published against you in the newspapers, you should also reply to their words.
After listening to his friend, Lincoln said with a smile, ‘Friend! If I pay attention to my criticisms and start answering them, I will be able to do only this work for the whole day and due to this no other work will be done during my tenure. My only aim is to complete my work with full honesty using all my ability and power. I do that and will continue to do it till the last moments of my stay on this post. If I prove to be bad in the end, even if I keep giving clarifications that I am right, my path was right – no one will listen to this and if I turn out to be good in the end, then what is being said about me, Will definitely prove to be unrestrained. I am neither worried nor afraid of such criticisms from the opponents.