हे पुत्र बाला हे बजरंगी राम भक्त हो मतवाले,
राम प्रभु के सारे कारज हनुमान तुमने ही है सम्बाले,
हे पुत्र बाला हे बजरंगी राम भक्त हो मतवाले
बाल समय में रवि मुख में दबाया,
तीनो ही लोक में अँधेरा था छाया,
देवता सारे मिल कर के आये,
करके विनती रवि को छुड़ाये,
हे महावीर तुम हो बल वाले,
पुत्र बाला हे बजरंगी राम भक्त हो मतवाले
जब लक्ष्मण के शक्ति लगी थी,
लंका से वैद को लाने की जची थी,
वैद सुषैण को ले कर के आये,
ला कर के भुट्टी लखन को जी आये,
राम की आँखों को के हो तुम तारे,
हे पुत्र बाला हे बजरंगी राम भक्त हो मतवाले
जब अहि रावण में शल किया था,
राम लखन को बंधी बना लिया था,
पातल लोक पहुंचे थे जा कर,
उन्हों ने छुड़ाया दिव्य रूप बना कर,
दुष्ट ही रावण तुम ही थे मारे,
हे पुत्र बाला हे बजरंगी राम भक्त हो मतवाले
O son Bala, O Bajrangi Ram, be a devotee of the people who are drunk,
Hanuman, you have handled all the works of Lord Ram.
Oh son Bala, O Bajrangi Ram, be a devotee of the people.
In child time, Ravi pressed into the mouth,
There was darkness in all the three worlds,
The gods all came together
By praying to rescue Ravi,
O Mahavir, you are the one with strength,
Son Bala, O Bajrangi Ram, be a devotee.
When Lakshmana’s power was engaged,
There was a desire to bring Vaid from Lanka.
Vaid came with Sushain.
By bringing Bhutti Lakhan to life,
You are the star of Ram’s eyes,
Oh son Bala, O Bajrangi Ram, be a devotee of the people.
When Ahi was killed in Ravana,
Ram Lakhan was taken captive.
Hades had reached
He redeemed them by creating a divine form,
You were the evil one who killed Ravana.
Oh son Bala, O Bajrangi Ram, be a devotee of the people.