अहंकार को दूर भगाएं प्रभु भक्ति के रंग से
प्रेम की होली खेलें सतगुरु के संग संग में
सेवा का गुलाल लगाएं सत्संग अबीर से
रूह को रंगाए रंग सिमरन से
हरि रंग में भींगे सब ज्ञान की पिचकारी से
अपनी चुनरिया रंगाएं सतगुरु बांके बिहारी से
होके मगन नाचे धरती गगन गुरु की होली से
दिल रंग जाए सबका प्रेम की बोली से
आओ होली मना लें आज रोम रोम रंग लें
सेवा सत्संग सिमरन प्रभु अंग संग से
रूहानियत के रंग से इंसानियत के संग से
बनके प्रभु का खेलें होली, भक्ति की उमंग से
बांटे प्रेम की मिठाई हो जीवन हो सुखदाई
होली आई खुशी छाई भक्ति की रुत आई
Drive away ego with the color of devotion to God
Play Holi of love with Satguru
Apply the gulal of service with Satsang Abeer
Color your soul with colors and simran
Everyone is drenched in green color with the spray of knowledge.
Get your chunriya colored with Satguru Banke Bihari
Earth and sky dance with joy on Guru’s Holi.
Let everyone’s heart be colored with the words of love
Come let’s celebrate Holi and paint every pore today.
Seva Satsang Simran Prabhu Ang Sang Se
With the color of spirituality, with the company of humanity
Play Holi as God, with enthusiasm of devotion.
Share the sweets of love, let life be full of happiness.
Holi has come, happiness has come, the mood of devotion has come