गीत का गान हो तुम

गीत का गान हो तुम, खिले हुए फुल हो तुम।

प्रत्येक मनुष्य एक गीत लेकर पैदा होता है और बहुत थोड़े-से सौभाग्यशाली लोग हैं जो उस गीत को गाकर विदा होते हैं। अधिक गीत अनगाए ही मर जाते हैं। यही जीवन की पीड़ा है, यही विषाद है। यही जीवन की चिंता और संताप है।

जब तक तुम्हारा गीत गाया नहीं गया है, तब तक तुम हो या नहीं, बराबर है। जब तक तुम्हारा बीज नहीं टूटा, तब तक तुम्हारा होना एक आभास मात्र है, एक छाया-भर, एक परछाईं!

मूल बनो! अपने को प्रकट होने दो। खोजो अपने भीतर, कहां तुम्हारा खजाना दबा है? तलाशो, टटोलो! तुम भी हीरा लेकर आए हो। परमात्मा ने किसी को भी बिना पाथेय के भेजा नहीं है; पूरी यात्रा का सारा प्रबंध करके भेजा है। वह सब दिया है जो तुम्हें जरूरी पड़ेगा। वह सब दिया है जो तुम चाहते हो। और इतना दिया है जितना तुम कभी चाह नहीं सकते हो।

जब जीवन की संपदा मिलती है तो आश्चर्यचकित होकर यह पता चलता है कि हम तो कौड़ियां मांगते थे और उसने हीरों के ढेर दे रखे हैं। हम तो कुछ छुद्र की मांग किए बैठे थे, उसने विराट दे रखा है। हम तो पदार्थ मांगते थे, परमात्मा स्वयं हमारे भीतर मौजूद है। सम्राटों का सम्राट् तुम अपने भीतर लिए बैठे हो; पर सोया पड़ा है, तुमने जगाया नहीं, तुमने पुकारा नहीं।

धर्म और कुछ भी नहीं है- अपने भीतर सोए पड़े गीत को जगाने की प्रक्रिया है। तुम्हारे मन में, तुम्हारी समाधि है। तुम जो-जो बाहर तलाश रहे हो, तलाशो लाख, पाओगे नहीं। क्योंकि जिसे तुम बाहर तलाश रहे हो वह तलाश करनेवाले में ही छिपा है। गंतव्य बाहर नहीं है, गंता का अंतर्तम है। लौटाओ आंखें भीतर; मुड़ो अपनी ओर ! ।। श्री परमात्मने नमः ।।



You are the song of the song, you are a blooming flower.

Every human being is born with a song and there are very few fortunate people who die singing that song. Most songs die unsung. This is the pain of life, this is sadness. This is the worry and anguish of life.

As long as your song has not been sung, whether you are there or not is equal. Until your seed is broken, your existence is just an appearance, a shadow, a shadow!

Be original! Let yourself be revealed. Search within yourself, where is your treasure buried? Search, search! You have also brought diamond. God has not sent anyone without any pathaye; All arrangements for the entire journey have been sent. Everything you will need has been given. Gave you all you want. And he has given you more than you could ever want.

When we receive the wealth of life, we are surprised to realize that we were asking for cowries and he has given us heaps of diamonds. We were demanding some Chhudra, he has given Virat. We used to ask for things, God himself is present within us. You are carrying within you the emperor of emperors; But he is sleeping, you did not wake him up, you did not call.

Religion is nothing else – it is the process of awakening the song lying within us. In your mind, there is your Samadhi. Whatever you are looking for outside, look for it a million times, but you will not find it. Because what you are looking for outside is hidden within the person looking for it. The destination is not outside, it is the innermost part of the body. Turn your eyes inward; Turn towards yourself! , Shri Paramatmane Namah.

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