तकदीर बदल ती है रेहमत से फकीरो की,
चलो द्वार चले मिल के हमे साई ने भुलाया है,
कण कण में साई जी तेरा रूप समाया है,
फर्याद सुनाने को मेरा दिल कर आया है,
तेरे रूप हज़ारो है सब में तेरी छाया है,
हर रंग में खुशबू तेरी तेरी ही ये माया है,
तेरे अधर ने साई तुझे गा गा के भुलाया है,
रवि चन्दर ने भी बाबा तेरा दर्शन पाया है ,
Destiny changes from Rehmat to Fakiro’s,
Let’s go door to door and meet us Sai has forgotten,
Sai ji is your form in every particle,
My heart has come to hear the plea,
There are thousands of your forms, your shadow is in all,
The fragrance in every color is yours, your only love,
You have forgotten Sai by singing you,
Even Ravi Chander has got your darshan, Baba.