ऐसी लगन लगा दो भगवन

ऐसी लगन लगा दो भगवन ऐसी लगन लगा दो भगवन नाम तुम्हारा गाऊँ मैं। श्री चरणों में ध्यान लगाकर भवसागर तर जाऊँ मैं।॥ जैसी लगन लगी मीरा को बन गई गिरधर की दासी विष को अमृत करके पी गई, श्याम दर्श की वह प्यासी। मुझ दासी पर करो अनुग्रह फिर फिर जन्म ना पाऊँ मैं ॥ श्री चरणों में ध्यान लगाकर भव सागर तैर जाऊँ मै
जैसी लगन लगी शबरी को बन गई राम की दीवानी। प्रभु पधारे कुटिया में लेने बेरों की मेहमानी ॥ ऐसे मैं भी बनूँ तुम्हारी अपना तुम्हें बनाऊँ मैं॥ श्री ओ मेरे रणछोड़ के रसिया भक्तो पर कृपा करी ।। छोड़ द्वारका  आये कृष्ण जी अपने जन की पीर हरी। गुजारू ।। मुझ दुखिया की आस पुराओ दुःख में गोते खाऊँ मैं ॥ है जोड़ा। तुम हो स्वामी मैं हूँ सेवक ये संयोग पुराना है। अपनी मीरा को भूल न जाना तुम बिन कहाँ ठिकाना है।॥ तुम बिन मेरा कौन प्रभुजी अपनी किसे सुनाऊँ मैं ॥ श्री काओगे॥

मुझे क्या काम दुनिया से ड़ी हूँ। मुझे क्या काम दुनिया से मेरा आराम तो तू है। सहारा एक तेरा है प्राण का प्राण भी तू है। जिन्हें अपना बनाया था ये सब स्वारथ के पिड्डू थे। करें मुँह देखी सब बातें मुँह के ही मिट्टू थे॥

नमस्ते



Give me such devotion, Lord, give me such devotion, God, I will sing your name. I will swim in the ocean of existence by meditating at the feet of Shri. Due to her passion, Meera became Girdhar’s maid and drank the poison as nectar, she became thirsty for Shyam Darsh. Please show favor to me as a maid, I may not be born again. May I swim in the ocean by meditating at the feet of Shri. As Shabari felt passionately, she became crazy about Ram. The Lord came to the hut to welcome the berries. In this way, I too become yours, I make you mine. O my Lord, please bless the Rasiya devotees of Ranchod. Krishna ji left Dwarka and came to see the pain of his people. To survive. Give hope to me who is sad, I will drown in sorrow. transgender. You are the master and I am the servant. This coincidence is old. Don’t forget your Meera, there is no place without you. Who am I without you Lord? To whom should I tell my story? Mr. Kaoge

What do I have to do with the world? What do I need, you are my solace from the world. The only support is yours, you are also the life of my life. Those whom I had made my own were all selfish people. All the things that were seen through the mouth were mere words of mouth.

hi

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *