बाबा ने सुलतान बनाया जो चौकठ का भिखारी है,
क्या शान तुम्हारी है साई जी क्या शान तुम्हारी है,
बाबा के चरणों में आकार मैंने किया है ध्यान,
साई मेरा पालनहारा साई मेरा भगवान्,
तेरी महिमा न्यारी है साई जी क्या शान तुम्हारी है,
राम श्याम अल्ल्हा ईश्वर में बाबा तुम हो समाये,
हर शह में तेरा नूर वसा है हर सु तुझको पाये,
साई कृष्ण मुरारी है साई जी क्या शान तुम्हारी है,
सब की पीड़ा हरने वाले शिरडी के महाराज,
दुःख संकट को दूर भगाये सब की बचाये लाज ,
सारी दुनिया तारी है क्या शान तुम्हारी है,
सारी\ दुनिया छोड़ के साई आये शिरडी धाम,
नीम के पेड़ के निचे बैठे और किया विश्राम,
तुम्हारा ये जग आभारी है क्या शान तुम्हारी है
नजरे कर्म की जिसपे करदे उसका बेडा पार,
साई है ऐसे दीन दयालु करते है उपकार,
भोले भंडारी है साई जी क्या शाम तुम्हारी,
Baba made sultan who is a beggar of the square,
Is your pride yours? Sai ji, is your pride?
I have meditated in the form of Baba’s feet,
Sai my sustainer Sai my God,
Your glory is beautiful, Sai ji, what is your glory?
Ram Shyam Allah you are Baba in God,
Your noor is fat in every city, every su may find you,
Sai Krishna is Murari Sai ji, what is your pride?
The Maharaja of Shirdi, who takes away everyone’s pain,
Drive away the trouble of sorrow, save everyone’s shame,
The whole world is full, is your pride yours?
Sai left the whole world and came to Shirdi Dham,
Sitting under the neem tree and rested,
This world is grateful to you, is your pride
The eyes of the karma on which his fleet crosses,
Sai is such a humble person,
Bhole Bhandari is Sai ji, what is your evening?