समय को मुट्ठी में रखे

हम समय की कीमत को जिस समय समझ जायेगे। जीवन हमारा हर्षाएगा। आज का व्यक्ती समय की महत्ता को भुल गया है। समय को पकड़ कर रखना नहीं चाहता है। समय कभी ठहरता नहीं है हमे समय के साथ चलना होता है। समय हमारा अमुल्य धन है। समय के साथ चलने पर  दार्शनिक वैज्ञानिक लेखक सन्त बन सकते हैं। कुछ भी बनने के लिए समय का बहुत महत्व है। समय हमे उच्चतम शिखर पर चढाता है। समय ही गिराता है।
अपने समय को सुचारू रूप से बनाने के लिए रुपरेखा बनाए। आप अपने मन मे एक चार्ट बनाये। चार्ट में दिन भर के कार्य किस समय पर कितने समय मे करने है। नोटबुक में नोट करे। कुछ दिनो के प्रयास से हम देखते हैं। मै जिस कार्य को करते हुए तकलीफ महसूस करता था वह कार्य कैसे समय पर हो जाता है मन खुशी से भर उठेगा।
मेरी माता ने मेरा पालन पोषण एक अलग तरीके से किया था। मेरी माता अन्य बहन भाईयों के प्रति नर्म थी मेरे प्रति सख्त थी। उस सख्ती ने मुझमें एक विशेष जागृति पैदा कर दी। मै घर का हर कार्य मां के कहने से पहले ही कर देती थी।  मै मां को अब समझ पाई। जागरूक व्यक्ति मे सतर्कता निवास करती है। कार्य को समय पर करना एक बार मुश्किल लगता है जब समय पर कार्य करते हैं तब एक मिनट भी ऐसे ही आलस मे समय को खराब नहीं करते हैं। कार्य की अधिकता कठोर मेहनत हमारे भीतर जागृति पैदा करती है।  हमारे जीवन को चमकाती है।हमे चमकता हुआ सितारा बनना है
एक व्यक्ति दिन भर के कार्य भी मुश्किल से करता है कुछ व्यक्ति दिन रात कार्य कर के  बङे मुकाम को हासिल करते हैं। वे देश और दुनिया को बना कर जाते हैं। अपनी इच्छा से करते हैं। उनके मनमे अनेक विचार चलते हैं वे अपने मन से बात करते हुए समय  से भी पहले कार्य को पुरण करते हैं। वे शरीर के अधीन नहीं है। उनके भीतर उच्च ऊर्जा शक्ति कार्य करती है।
उर्जा शक्ति क्षीण है शरीर में टुटन पैदा करती है कार्य करने का मन नहीं करता है उर्जा का levels कैसे बढे। शरीर में ऊर्जा को संचारित करने के लिए हमें अपने मन मस्तिष्क को कार्य देना होता है। हम बुक पढते है। बुक से सम्बन्धित हमारे मन मे विचार बनाते हैं। विचार का बनाना विचार पर कार्य करना। अपने आप से question करना  उर्जा को बनाता है। यदि आप प्रत्येक कार्य करते हुए अन्य का सहारा लेते हैं। मोबाइल में सर्च करते हैं तब ऊर्जा शक्ति क्षीण होगी और जीवन में नीरसता आती है।
हम अपने जीवन को सफल बनाकर सुख शान्ति से भर सकते हैं। कुछ व्यक्ति अपने जीवन के एक एक पल को आनन्द खुशीयो से भरकर राष्ट्र के सम्मानित हस्ती बनते हैं। उनके  जीवन को पढते है तब मैं देखती हूं। उनकी जीवन शैली विशेष कैसे हैं। मेरे मन को बहुत अच्छा लगता है जब मैं ऐसी पुस्तक पढती हूं। बचपन से ही मुझे ऐसी पुस्तक बहुत अच्छी लगती थी। मैंने इब्राहिम लिंकन की बुक बीस वर्ष की आयु में पढी थी मेरे मन मे प्रश्न उठते देख स्ट्रीट लाइट में पढकर कोई राष्ट्रपति बन सकता है। मै समय के प्रति जागरूक रहती बाहर से कुछ भी  करती भीतर प्रशन उठते। उन प्रश्नों का उत्तर मुझे अपने मन मे मिल जाता था। मै एक क्षण भी अपने कार्य करने मे देर नहीं करती थी समय को निश्चित समय मे करना मेरी आदत थी। निश्चित समय पर कार्य करके मेरे मन में खुशी की लहर दौड़ जाती। यह खुशी बाहर की नहीं आन्तरिक प्रसन्नता होती।
समय को पकड़ कर जो रखते हैं वे एक समय में एक कार्य नहीं करते हैं। वु शारीरिक कार्य करते हुए अपने मन से बात करते हुए लक्ष्य को निर्धारित करते हैं।  उनके मन मस्तिष्क मे एक बङी सोच चल रही होती है। वे अपने आप से बात करते हैं बाहर के जीवन को वे सर्वोपरि नहीं मानते हैं। कार्य उनके लिए खेल बन जाता है।
मेरे मस्तिष्क में घङी लगी हूई थी। भीतर की घङी से कार्य करते हुए मुझे लगता ही नहीं कि कार्य कैसे हो रहा है। मस्तिष्क मे घङी से तात्पर्य है। कि आप को कभी भी कोई समय पुछता है तभी आप समय को बिना घड़ी देखे बता देते हैं। समय सीमा में कार्य का अपने आप होना। आज हम समझते हैं मोबाइल इन्स्टागरराम ऐ आई हमे बना देगा। एक वैज्ञानिक दार्शनिक सन्त कम्प्यूटर नहीं बना सकता है जीवन उसी का चमकता है जो स्वयं सहारा बनते हैं। हमारे मस्तिष्क में बहुत बड़ी विचार शैली कार्य करती है। हम कुछ समय एक विचार पर सोचते हैं उससे रिलेटिड अनेक विचार हमारे मन मस्तिष्क मे पैदा हो जाते हैं। यह भीतरी जीवन शैली है।यह संसार मनुष्य के मन मस्तिष्क की ऊपज है
हम इस जीवन को अपनी सुविधाओ अपने सुख के लिए जीना चाहते हैं। उस सुख के लिए समय को भुला बैठे हैं।हमनें खाने पीने सोने  का समय बिगाड़ा है। हम अपने समय के मालिक बन बैठे हैं।भारतीय संस्कृति में जीवन के समय को निर्धारित किया है। वह संस्कृति हम भुल गए हैं। हमने समय से ज्यादा धन और सुख के साधन को महत्व दिया है वक्त उसी का खराब है जिसने समय की कीमत नही जानता है। एक व्यक्ति दिन भर सोचता है अब कार्य करू कुछ समय पश्चात कर लुंगा। एक व्यक्ति कहता है मैं अभी हर समय कार्य को समय पर करने के लिए तैयार हूँ। वो जीवन को सफल बनाते है। उनकी सोच मे अपने सुख का कोई महत्व नहीं रहता है।
उनका जीवन विशाल कार्य शैली पर कार्य करता है यह आवश्यक नहीं है आप किसी को दिखाओ बताओ मै क्या चाहता हूं मैं क्या कर रहा हूं।अपने मन को विचारों से भरना उनके विषय में अपने मन से प्रश्न करना अपने भीतर जागृति पैदा करते हैं। जागृति का रूप रचना बहुत बङी होती है। वे अपने मन को बङे विचार बङी सोच से भरते हैं।
मैंने हमेशा एक ही विषय पर कार्य किया मानव जीवन का लक्ष्य क्या है। हनुमान जी को भगवान के हृदय में दर्शन कैसे हुए। अपने मन को बङे विचारो से भर लेते तब हमारे भीतर ऊर्जा शक्ति बढ जाती है ऊजा शक्ति के बढने पर हमारा शरीर कार्य के अधीन नहीं है।हमारे भीतर की ऊर्जा का संचार होते ही हाथ कार्य करने लग जाते हैं। हम कार्य कर रहे हैं मन नई उंमग से भर जाता है। मनको कार्य देकर रखे। मन कार्य करता है तब शरीर थक नहीं सकता है। नैगेटिव नैस पास आ नहीं सकती है। हम भीतर से मुस्कुरा रहे हैं
भारत की भूमि पर अनेक राजाओं ने राज्य किया है कुछ राजाओं सन्त महात्मा ने देश दुनिया को बना कर गए हैं वही कुछ के शासन काल में देश कंगाल हुआ है। क्योंकि जो देश को बना कर गए हैं उन्होंने समय को मुट्ठी में बांध कर रखा है। वक्त अच्छा उसी का होता है। जो यह सोच कर चलता है मुझे फोकस कंहा पर करना है। फोक्स बिन्दु ही जीवन की सफलता है। पहले व्यक्ति अपनी लगन को कर्म पर लगाता था आज हम मेहनत करना नहीं चाहते है। कार्य बिगड़ते जाते हैं हमारी नजर सुख पर टिक गई है हम कर्तव्य को महत्व नहीं देते हैं तब हमारा वक्त बिगड़ता है। पहले के व्यक्ति की कठोर मेहनत उसकी पुंजी होती थी। व्यक्ति गरीब अवस्य था लेकिन दिल का धनी था एक दूसरे का कर के चलता था। आज हर व्यक्ति को अपना सुख और अपनी इच्छाए बङी हो गई है। आज का व्यक्ती सब कुछ होते हुए भी अन्तर्मन से टूटा हुआ है। क्योंकि वह किसी भी कार्य को समय पर नहीं करना चाहता है वह भगवान को भुल गया है जिसने समय को महत्व दिया है।समय हमारे जीवन की आन्तरिक शान्ति का बहुत बड़ा पार्ट हैं। जो समय को अपने जीवन में महत्वपूर्ण समझते हैं। वे दिलो पर राज करते हैं।समय का पहिया चलता रहता है। कोई कोई समय के साथ चलते हैं। जो चलते है वे एक एक पल के जीवन को सोना बना कर जाते हैं। जिन्होंने जिन्दगी में कदम आगे बढ़ाए है। उन्होंने ही ऊचाईयों को छुआ है। हाथ पर हाथ धरने वाले के हाथ में कुछ नहीं आता है।जीवन उसी का नाम है जो   कर्म करके अपने जीवन मे आन्नद और प्रेम से सिंचते  है। मेहनत करके जो जीवन के मुल्य को स्थापित करते हैंस्ट्रीट लाइट में पढ़ने वाला देश का राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बनता है। जो कुछ नहीं करते हैं वे अपने मन में negative विचारों को भरते हैं। उनके जीवन में सब कुछ होते हुए भी निरसता छा जाती है। सहारे हमे कमजोर बनाते है।
वक्त से ज्यादा जिंदगी में अपना और पराया कोई नहीं होता वक्त अपना होता है तो सब अपने होते हैं और वक्त पराया हो तो अपने भी पराये हो जाते हैं। अपने कार्यों के पीछे के उद्देश्यों को देखें। अक्सर आप उन चीजों के लिए नहीं करते जिन्हें आप वास्तव में चाहते हैं। कामयाबी के पीछे ज्यादा बैचेन न हो, अगर लक्ष्य साफ़ है तो थोड़ा धैर्य रखें, सफलता जरूर मिलेगी। सफर जारी रखें..जब विचार, प्रार्थना और इरादा सब पॉजिटिव हो तो जिंदगी अपने आप.पॉजिटिव हो जाती है.!
जय श्री राम अनीता गर्ग

हम समय की कीमत को जिस समय समझ जायेगे। जीवन हमारा हर्षाएगा। आज का व्यक्ती समय की महत्ता को भुल गया है। समय को पकड़ कर रखना नहीं चाहता है। समय कभी ठहरता नहीं है हमे समय के साथ चलना होता है। समय हमारा अमुल्य धन है। समय के साथ चलने पर  दार्शनिक वैज्ञानिक लेखक सन्त बन सकते हैं। कुछ भी बनने के लिए समय का बहुत महत्व है। समय हमे उच्चतम शिखर पर चढाता है। समय ही गिराता है।
अपने समय को सुचारू रूप से बनाने के लिए रुपरेखा बनाए। आप अपने मन मे एक चार्ट बनाये। चार्ट में दिन भर के कार्य किस समय पर कितने समय मे करने है। नोटबुक में नोट करे। कुछ दिनो के प्रयास से हम देखते हैं। मै जिस कार्य को करते हुए तकलीफ महसूस करता था वह कार्य कैसे समय पर हो जाता है मन खुशी से भर उठेगा।
मेरी माता ने मेरा पालन पोषण एक अलग तरीके से किया था। मेरी माता अन्य बहन भाईयों के प्रति नर्म थी मेरे प्रति सख्त थी। उस सख्ती ने मुझमें एक विशेष जागृति पैदा कर दी। मै घर का हर कार्य मां के कहने से पहले ही कर देती थी।  मै मां को अब समझ पाई। जागरूक व्यक्ति मे सतर्कता निवास करती है। कार्य को समय पर करना एक बार मुश्किल लगता है जब समय पर कार्य करते हैं तब एक मिनट भी ऐसे ही आलस मे समय को खराब नहीं करते हैं। कार्य की अधिकता कठोर मेहनत हमारे भीतर जागृति पैदा करती है।  हमारे जीवन को चमकाती है।हमे चमकता हुआ सितारा बनना है
एक व्यक्ति दिन भर के कार्य भी मुश्किल से करता है कुछ व्यक्ति दिन रात कार्य कर के  बङे मुकाम को हासिल करते हैं। वे देश और दुनिया को बना कर जाते हैं। अपनी इच्छा से करते हैं। उनके मनमे अनेक विचार चलते हैं वे अपने मन से बात करते हुए समय  से भी पहले कार्य को पुरण करते हैं। वे शरीर के अधीन नहीं है। उनके भीतर उच्च ऊर्जा शक्ति कार्य करती है।
उर्जा शक्ति क्षीण है शरीर में टुटन पैदा करती है कार्य करने का मन नहीं करता है उर्जा का levels कैसे बढे। शरीर में ऊर्जा को संचारित करने के लिए हमें अपने मन मस्तिष्क को कार्य देना होता है। हम बुक पढते है। बुक से सम्बन्धित हमारे मन मे विचार बनाते हैं। विचार का बनाना विचार पर कार्य करना। अपने आप से question करना  उर्जा को बनाता है। यदि आप प्रत्येक कार्य करते हुए अन्य का सहारा लेते हैं। मोबाइल में सर्च करते हैं तब ऊर्जा शक्ति क्षीण होगी और जीवन में नीरसता आती है।
हम अपने जीवन को सफल बनाकर सुख शान्ति से भर सकते हैं। कुछ व्यक्ति अपने जीवन के एक एक पल को आनन्द खुशीयो से भरकर राष्ट्र के सम्मानित हस्ती बनते हैं। उनके  जीवन को पढते है तब मैं देखती हूं। उनकी जीवन शैली विशेष कैसे हैं। मेरे मन को बहुत अच्छा लगता है जब मैं ऐसी पुस्तक पढती हूं। बचपन से ही मुझे ऐसी पुस्तक बहुत अच्छी लगती थी। मैंने इब्राहिम लिंकन की बुक बीस वर्ष की आयु में पढी थी मेरे मन मे प्रश्न उठते देख स्ट्रीट लाइट में पढकर कोई राष्ट्रपति बन सकता है। मै समय के प्रति जागरूक रहती बाहर से कुछ भी  करती भीतर प्रशन उठते। उन प्रश्नों का उत्तर मुझे अपने मन मे मिल जाता था। मै एक क्षण भी अपने कार्य करने मे देर नहीं करती थी समय को निश्चित समय मे करना मेरी आदत थी। निश्चित समय पर कार्य करके मेरे मन में खुशी की लहर दौड़ जाती। यह खुशी बाहर की नहीं आन्तरिक प्रसन्नता होती।
समय को पकड़ कर जो रखते हैं वे एक समय में एक कार्य नहीं करते हैं। वु शारीरिक कार्य करते हुए अपने मन से बात करते हुए लक्ष्य को निर्धारित करते हैं।  उनके मन मस्तिष्क मे एक बङी सोच चल रही होती है। वे अपने आप से बात करते हैं बाहर के जीवन को वे सर्वोपरि नहीं मानते हैं। कार्य उनके लिए खेल बन जाता है।
मेरे मस्तिष्क में घङी लगी हूई थी। भीतर की घङी से कार्य करते हुए मुझे लगता ही नहीं कि कार्य कैसे हो रहा है। मस्तिष्क मे घङी से तात्पर्य है। कि आप को कभी भी कोई समय पुछता है तभी आप समय को बिना घड़ी देखे बता देते हैं। समय सीमा में कार्य का अपने आप होना। आज हम समझते हैं मोबाइल इन्स्टागरराम ऐ आई हमे बना देगा। एक वैज्ञानिक दार्शनिक सन्त कम्प्यूटर नहीं बना सकता है जीवन उसी का चमकता है जो स्वयं सहारा बनते हैं। हमारे मस्तिष्क में बहुत बड़ी विचार शैली कार्य करती है। हम कुछ समय एक विचार पर सोचते हैं उससे रिलेटिड अनेक विचार हमारे मन मस्तिष्क मे पैदा हो जाते हैं। यह भीतरी जीवन शैली है।यह संसार मनुष्य के मन मस्तिष्क की ऊपज है
हम इस जीवन को अपनी सुविधाओ अपने सुख के लिए जीना चाहते हैं। उस सुख के लिए समय को भुला बैठे हैं।हमनें खाने पीने सोने  का समय बिगाड़ा है। हम अपने समय के मालिक बन बैठे हैं।भारतीय संस्कृति में जीवन के समय को निर्धारित किया है। वह संस्कृति हम भुल गए हैं। हमने समय से ज्यादा धन और सुख के साधन को महत्व दिया है वक्त उसी का खराब है जिसने समय की कीमत नही जानता है। एक व्यक्ति दिन भर सोचता है अब कार्य करू कुछ समय पश्चात कर लुंगा। एक व्यक्ति कहता है मैं अभी हर समय कार्य को समय पर करने के लिए तैयार हूँ। वो जीवन को सफल बनाते है। उनकी सोच मे अपने सुख का कोई महत्व नहीं रहता है।
उनका जीवन विशाल कार्य शैली पर कार्य करता है यह आवश्यक नहीं है आप किसी को दिखाओ बताओ मै क्या चाहता हूं मैं क्या कर रहा हूं।अपने मन को विचारों से भरना उनके विषय में अपने मन से प्रश्न करना अपने भीतर जागृति पैदा करते हैं। जागृति का रूप रचना बहुत बङी होती है। वे अपने मन को बङे विचार बङी सोच से भरते हैं।
मैंने हमेशा एक ही विषय पर कार्य किया मानव जीवन का लक्ष्य क्या है। हनुमान जी को भगवान के हृदय में दर्शन कैसे हुए। अपने मन को बङे विचारो से भर लेते तब हमारे भीतर ऊर्जा शक्ति बढ जाती है ऊजा शक्ति के बढने पर हमारा शरीर कार्य के अधीन नहीं है।हमारे भीतर की ऊर्जा का संचार होते ही हाथ कार्य करने लग जाते हैं। हम कार्य कर रहे हैं मन नई उंमग से भर जाता है। मनको कार्य देकर रखे। मन कार्य करता है तब शरीर थक नहीं सकता है। नैगेटिव नैस पास आ नहीं सकती है। हम भीतर से मुस्कुरा रहे हैं
भारत की भूमि पर अनेक राजाओं ने राज्य किया है कुछ राजाओं सन्त महात्मा ने देश दुनिया को बना कर गए हैं वही कुछ के शासन काल में देश कंगाल हुआ है। क्योंकि जो देश को बना कर गए हैं उन्होंने समय को मुट्ठी में बांध कर रखा है। वक्त अच्छा उसी का होता है। जो यह सोच कर चलता है मुझे फोकस कंहा पर करना है। फोक्स बिन्दु ही जीवन की सफलता है। पहले व्यक्ति अपनी लगन को कर्म पर लगाता था आज हम मेहनत करना नहीं चाहते है। कार्य बिगड़ते जाते हैं हमारी नजर सुख पर टिक गई है हम कर्तव्य को महत्व नहीं देते हैं तब हमारा वक्त बिगड़ता है। पहले के व्यक्ति की कठोर मेहनत उसकी पुंजी होती थी। व्यक्ति गरीब अवस्य था लेकिन दिल का धनी था एक दूसरे का कर के चलता था। आज हर व्यक्ति को अपना सुख और अपनी इच्छाए बङी हो गई है। आज का व्यक्ती सब कुछ होते हुए भी अन्तर्मन से टूटा हुआ है। क्योंकि वह किसी भी कार्य को समय पर नहीं करना चाहता है वह भगवान को भुल गया है जिसने समय को महत्व दिया है।समय हमारे जीवन की आन्तरिक शान्ति का बहुत बड़ा पार्ट हैं। जो समय को अपने जीवन में महत्वपूर्ण समझते हैं। वे दिलो पर राज करते हैं।समय का पहिया चलता रहता है। कोई कोई समय के साथ चलते हैं। जो चलते है वे एक एक पल के जीवन को सोना बना कर जाते हैं। जिन्होंने जिन्दगी में कदम आगे बढ़ाए है। उन्होंने ही ऊचाईयों को छुआ है। हाथ पर हाथ धरने वाले के हाथ में कुछ नहीं आता है।जीवन उसी का नाम है जो   कर्म करके अपने जीवन मे आन्नद और प्रेम से सिंचते  है। मेहनत करके जो जीवन के मुल्य को स्थापित करते हैंस्ट्रीट लाइट में पढ़ने वाला देश का राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बनता है। जो कुछ नहीं करते हैं वे अपने मन में negative विचारों को भरते हैं। उनके जीवन में सब कुछ होते हुए भी निरसता छा जाती है। सहारे हमे कमजोर बनाते है।
वक्त से ज्यादा जिंदगी में अपना और पराया कोई नहीं होता वक्त अपना होता है तो सब अपने होते हैं और वक्त पराया हो तो अपने भी पराये हो जाते हैं। अपने कार्यों के पीछे के उद्देश्यों को देखें। अक्सर आप उन चीजों के लिए नहीं करते जिन्हें आप वास्तव में चाहते हैं। कामयाबी के पीछे ज्यादा बैचेन न हो, अगर लक्ष्य साफ़ है तो थोड़ा धैर्य रखें, सफलता जरूर मिलेगी। सफर जारी रखें..जब विचार, प्रार्थना और इरादा सब पॉजिटिव हो तो जिंदगी अपने आप.पॉजिटिव हो जाती है.!
जय श्री राम अनीता गर्ग

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