मैं बरसाने की छोरी ना कर मोते बरजोरी

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मैं बरसाने की छोरी, ना कर मोते बरजोरी
तू कारो और मैं गोरी, अपनों मेल नहीं
मैं तोसे बांधू प्रीत की डोरी, करता fail नहीं

शुक्र कारो की पड़े नहीं यशोदा मैया के डंडे
एक डांट में है जाते अरमान तुम्हारे ठन्डे
मैं नन्द बाबा का लाला मैं तो ना डरने वाला
तेरा पड़ा हैं मोसे पाला करता खेल नहीं
मैं गुजरी तू गवाला, अपनों मेल नहीं
मैं बरसाने की छोरी…

जहाँ जहाँ मैं जाती हूँ क्यों पीछे पीछे आए
तेरो मेरो मेल नहीं, यह कौन तुम्हे समझाए
तू मुझको ना पहचानी, पिया घाट घाट का पानी
मैं दरिया हूँ तूफानी करता खेल नहीं
अरे ना कर मोसू छैतानी, अपनों मेल नहीं
मैं बरसाने की छोरी…

ऐसी वैसी नार नहीं क्यों मोपे डोरे डाले
बीच डगर में छोड़ सतानो, ओ गोकुल के ग्वाले
मेरा रोज का आना जाना, नरसी का माखन खाना
‘शर्मा’ है श्याम दीवाना करता खेल नहीं
अरे तू गोकुल मैं बरसानो, अपनों मेल नहीं
मैं बरसाने की छोरी…

I am the girl of rain, don’t do mote barjori
You car and I am fair, my loved ones do not match
I tose bandhu love’s string, I do not fail

Yashoda Maya’s poles do not fall for Venus
In a scolding, your desires go cold
I am the father of Nand Baba, I am not afraid
you are not playing moose licking
I have passed, you have lost my loved ones
I am the girl of rain…

Wherever I go why come back
I don’t match, who can explain this to you?
You did not recognize me, the water of Piya Ghat Ghat
I’m a river, stormy doesn’t play
Oh no kar mosu chitani, no match for your loved ones
I am the girl of rain…

Why don’t you put such slogans?
Leave in the middle of the road, O cowherds of Gokul
My daily commute, eat Narsi’s butter
Shyam is crazy about ‘Sharma’ not playing
Hey you gokul I rain, your loved ones do not match
I am the girl of rain…

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