आजा आजा लीले चढ़के सांवरा
पागल हुआ रे मन बावरा
बैचैन आँखें मेरी देख ज़रा
पागल हुआ रे मन बावरा
आके प्यारी सूरत अपनी दिखा दे
अँखियों की मेरी प्यास बुझा दे
दिल से दिलों का मेल करा दे
सपने मेरे तू सच कर दिखा दे
सुनले ओ खाटू के राजा देर करो न जल्दी आजा
राह निहारें तेरी टाबरा
पागल हुआ रे मन बावरा
आजा आजा ………..
ये प्रेम का धागा जबसे बंधा है
जीवन ये तेरे रंग में रंगा है
दीवानगी का तेरे नशा है
ये रोग जबसे मुझको लगा है
हँसता है ये मुझपे ज़माना
कहके तेरा श्याम दीवाना
प्रीत करो न आके और गहरा
पागल हुआ रे मन बावरा
आजा आजा ………..
तू प्रेमियों का प्रेमी कहाये
रोते हुए को पल में हंसाये
हारे का तू ही साथी कहाये
रिश्ते को सच्चे मन से निभाए
हे तीनो लोकों के स्वामी सोनी कहे तू अंतर्यामी
कुंदन ना जाने सारा माजरा
पागल हुआ रे मन बावरा
आजा आजा ………..
Aaja aaja lile chhadke saavra
mad hua re man bawra
restless eyes look at me
mad hua re man bawra
Come show me your lovely face
quench my thirst for eyes
match heart to heart
make my dreams come true
Sunle o khatu ke king, don’t be late, don’t come early
raah nihar ni teri tabra
mad hua re man bawra
Come come ………..
Ever since this thread of love is tied
Life is painted in your colors
Your intoxication is your passion
I’ve had this disease since
Laughs at me
Kehne Tera Shyam Deewana
love don’t come deeper
mad hua re man bawra
Come come ………..
Where are you the lover of lovers?
make the crying laugh in the moment
Where are you the only friend of the loser?
keep the relationship sincerely
O lord of the three worlds Soni say you are Antaryami
Kundan does not know the whole matter
mad hua re man bawra
Come come ………..