दोहा: थारे हाथां सौंप दी, घर की चाबी श्याम,
जद स तू मुखियाबण्यो, मिट गया कस्ट तमाम,
म्हारे घर को मालिक तू है, कोई फिक्कर नहीं म्हाने,
“तू जाने तेरो काम जानें
म्हा पर थारी मर्ज़ी चाले, थारी डोर हिलाइ हाले,
म्हारी नस नस पहचाने, तू जाने तेरो काम जानें ,
कोई विपदा जद आजावे, कदे नहीं तू देर लगावे,
झट आ जावे सलटाने, तू जाने तेरो काम जानें
तेरो भरोसो म्हणे भरी, खिल रही म्हारी फुलवारी,
घणो अचम्भो दुनिया ने, तू जाने तेरो काम जानें,
“रजनी” तेरी प्रेम दीवानी, “बिन्नू” केवे शीश को दानी,
भूल न जाजे तू म्हणे, तू जाने तेरो काम जानें ,
Doha: Thare Haathan Saunp Di, Ghar Ki Chabi Shyam,
Jad sa tu mukhiyabanyo, mit gaya kast tamam,
Mhare ghar ko malik tu hai, koi fikkar nahi mhane,
“You know your job
Mha par thari marzi chale, thari dor hilai hale,
Mhari Nas Nas Pahchane, Tu Jane Tero Kaam Jane ,
When disaster comes, never delay,
Come quickly to Saltane, you know your job knows
Tero Bharoso Mhane Bhari, Khil Rahi Mhari Phulwari,
Ghano achambho duniya ne, tu jane tero kam jane,
“Rajni” Teri Prem Deewani, “Binnu” Keve Sheesh Ko Dani,
Don’t forget you say, you know your work knows,