कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी

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तेरी मुरली ने जुलम करी कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी,

जब कान्हा तेरी मुरली भाजे घर को छोड़ चली मैं भाजी,
ये तो टाले में ना ही टली,
कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी

लोक लाज मैंने सब छोड़ी ऐसी लागि प्रीत निगोड़ी,
मैं तो छलिया के फंद पली कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी

जाने ना ये पीड़ हमारी जाके बस भये आप मुरारी,
ये तो विसरे न एक हरी,
कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी

हरी बांस की टोरी बंसुरिया तोड़ दाऊ गी ओ सांवरियां,
सखी मुरली छिलाई लई,
कान्हा तेरी मुरली ने जुलम करी

Your murli has done atrocities Kanha Teri Murli has done atrocities,

When Kanha left your murli bhaje home, I bhaji,
It didn’t stop, it didn’t stop.
Kanha Teri Murli has done atrocities

Public shame, I have left everything like this, dear Nigodi,
Kanha Teri Murli did atrocities on me

Don’t let this pain go to us, you just fear Murari,
This is not a visere nor a green one,
Kanha Teri Murli has done atrocities

Green bamboo tori bansuriya tod dau gi o sawariyan
Sakhi peeled the murli,
Kanha Teri Murli has done atrocities

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