सारे जग से निराली है मैया
पार करती है भक्तों की नैय्या
मैया ममतामई ये है करुणामई
यशगान करे है पुरवैया
पार करती है भक्तों की नैय्या
नौ रूप धरे सबके संकट हरे
नवरात्रों में सजती नगरीय
पार करती है भक्तों की नैय्या
शारदे माँ तू ही कालका माँ तू ही
हर रूप में बनकर खिवैय्या
पार करती है भक्तों की नैय्या
जो भी ध्यावे उसे जो मनावे इसे
थाम लेती है उसकी ये बइयाँ
पार करती है भक्तों की नैय्या
राजा गाये यही गुनगुनाये यही
आपने आँचल की देकर के छइयां
पार करती है भक्तों की नैय्या
सारे जग से …………..
Maya is unique from the whole world
Crosses the Naiya of the devotees
Maya Mamtamayi Yeh Hai Karunamayi
Purvaiya has to sing praises
Crosses the Naiya of the devotees
Take nine forms, everyone’s troubles are green
Urban decorated in Navratras
Crosses the Naiya of the devotees
Sharde Maa Tu Hi Kalka Maa Tu Hi
Becoming in every form
Crosses the Naiya of the devotees
Whoever pays attention to it
takes hold of her sisters
Crosses the Naiya of the devotees
The king sings this, hums this
You gave me the colors of the aanchal
Crosses the Naiya of the devotees
From all over the world……………