गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
अमृत बरसे दिन रात आप के वचनो से,
सत्ये का दर्पण दिखा दिया है नींद से मुझे जगा के ,
हे आचार मेरी आँखों में देखा जब मुसका के ,
मैं समज गया हर बात आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
सच कहता हु आप से नाता जोड़ा मैंने जब से ,
लोभ मोह छल कपट वासना पास ना आये तब से,
हो शुरू मेरी परभात आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
बून्द था मैं पानी की आप ने सागर बना दियां,
खाली मन को ज्ञान का गुरु वर गागर बना दियां,
मिलता है प्रभु का साथ आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
May the rain of Guru’s knowledge be with your words,
Amrit rained day and night with your words,
The mirror of truth has been shown to wake me up from my sleep,
O Achar in my eyes when I smiled,
I understood everything from your words,
May the rain of Guru’s knowledge be with your words,
To tell the truth, ever since I connected with you,
Greed, deceit, deceit, lust don’t come near since then,
Ho my love begins with your words,
May the rain of Guru’s knowledge be with your words,
I was a drop of water, you made an ocean,
He has made an empty mind the master of knowledge.
You get the support of the Lord from your words,
May the rain of Guru’s knowledge be with your words,