दिलदार कन्हैया से नाता जो पुराना है,
अंतिम सांसो तक इस रिश्ते को निभाना है,
जब दाव लगाया है क्या बात है डरने की,
मुदत से जो आई है ये रात है मिलने की ,
उस धेनु चराइया से दुःख दर्द सुनाना है
दिलदार कन्हैया से नाता जो पुराना है,
चुका तू अगर मौका धोखा रह जाएगा,
ठोकर मत खा जाना वरना पछतायेगा,
यादें गिरदारी की तेरा माल खजाना है ,
अंतिम सांसो तक इस रिश्ते को निभाना है,
जो उस जीवन धन से वादा कर के आया,
क्यों माया में फस के पगले तू वर माया,
हर कुर्बानी देकर प्रीतम को रिझाना है
अंतिम सांसो तक इस रिश्ते को निभाना है,
शिव श्याम बहादुर का हर दम वो कन्हियाँ है,
पतवार उसे सौंपी घनश्याम खेवइयाँ है,
मिल कर सत्संगत का इक बाग़ लगाना है
अंतिम सांसो तक इस रिश्ते को निभाना है,
The relation with Dildar Kanhaiya which is old,
This relationship has to be maintained till the last breath,
What is there to be afraid of when the stake is made,
This is the night of meeting,
To narrate the pain and sorrow from that Dhenu pasture
The relation with Dildar Kanhaiya which is old,
If you miss the chance, you will be cheated,
Don’t stumble or else you will repent
Memories of Girdari, your wealth is a treasure,
This relationship has to be maintained till the last breath,
Who came by promising that life wealth,
Why are you stuck in Maya,
Pritam has to be wooed by giving every sacrifice
This relationship has to be maintained till the last breath,
She is the daughter of Shiv Shyam Bahadur at all times.
The helm is the Ghanshyam khewaiyan entrusted to him,
Together we have to plant a garden of Satsangat
This relationship has to be maintained till the last breath,