श्याम तूने ऐसे कन्हियाँ तूने एसी बांसुरी बजाई,
मैं दोडी चली आई मैं दोडी चली आई,
तेरे प्रेम की मैं हु दीवानी,
तू मेरा कान्हा मैं तेरी राधा रानी,
कान्हा तू है तेरा कृष्ण कनाही,
मैं दोडी चली आई मैं दोडी चली आई,
मथुरा में ढूंडा वृन्धावन में ढूंडा,
कही भी ना पाया पता तेरा पूरा,
सखियों से मिले राधा कुंज कन्हाई,
मैं दोडी चली आई मैं दोडी चली आई,
माथे की बिंदियाँ मैंने नाख में पहना,
नाक की नथनी मैंने कानो में पहनी,
ऊँगली में मुन्दरियां मैं पहन न पाई,
मैं दोडी चली आई मैं दोडी चली आई,
कहा छुपे हो अब तो बता दो,
आ कर के हम को दर्श दिखा दो,
मोहन को याद मेरी तूने बिसराई,
मैं दोडी चली आई मैं दोडी चली आई,
Shyam, you played such a kind of flute,
I came to dodi, I came to dodi,
I am crazy about your love,
You are my Kanha, I am your Radha Rani,
Kanha you are your Krishna Kanha,
I came to dodi, I came to dodi,
Searched in Mathura, searched in Vrindavan,
I could not find your complete address anywhere,
Radha Kunj Kanhai met friends,
I came to dodi, I came to dodi,
I wore the dots on the forehead in my nails,
I wore the nose nostril in the ear,
I couldn’t wear slivers on my fingers.
I came to dodi, I came to dodi,
Where are you hiding, now tell me,
Come and show us the vision,
You miss me Mohan,
I came to dodi, I came to dodi,