कुर्बान क्यूँ न जाऊं, दरबार है निराला ।
घनश्याम की अदाओं ने बेमौत मार डाला ॥
क्या पूछते हो हमसे, पहचान उनकी क्या है ।
सर पे मुकुट है बांका, गल वैजन्ती माला ॥
कुंडल कपोल बांके, है नयन इनके बांके ।
बंसी मधुर बजाये, है श्याम रंग का काला ॥
माधव की छबि बांकी, चितवन है उनकी बांकी ।
है कमल नैन बांके, बांका हैं नन्द का लाला ॥स्वरश्री बलदेव कृष्ण सेहगल
Why should I not sacrifice, the court is strange.
Ghanshyam’s actions killed him forever.
What do you ask us, what is their identity?
There is a crown on the head, a gal vaijanti garland.
Kundal kapol banke, is the nayan their banke.
Play the bansi melodiously, it is black in color.
Madhav’s image is the rest, Chitvan is his banky.
It is Kamal Nain Banke, Banka is Nanda’s Lala Swarshree Baldev Krishna Sehgal