ये सुरज और चांद नहीं ये प्रभु का आभामंडल है। भगवान कृष्ण जल में झांकते है मस्तक पर चमकता प्रकाश जल में दिखाई देता है। जल में दिखाई देता हुआ आभामंडल से प्रकाश की किरणे निकल रही है। भगवान ने माता को प्रकाशमान प्रभु के दर्शन कराए हैं। एक पल के लिए माता कभी भगवान को निहारती तो कभी प्रकाश के आन्नद में झुमती है। प्रभु की लीला को प्रभु ही जानते हैं। भगवान ने मुझ दासी पर भी बहुत कृपा की है कि ऐसे भावो की गहराई को दर्शाते हैं। जय श्री कृष्ण जय श्री राधे कृष्ण जय श्री राधे जय श्री राम हरि बोल
अनीता गर्ग
