म्हारे हिवडे उठी हिलोर भायला खाटू नगरी जावण की,
ल्यो आ गई रे रूत फागण की ,
बाबा का हेलो आयो रे म्हानै खाटू धाम बुलायो रे,
जा मेला मांही धूम मचास्यां बाजण दयो धुन नागण की,
ल्यो आ गई रे ……
हिल मिल के खाटू चालां जी खाटू मै घूमर घालां जी,
ढफ ढोल मंजीरा चंग बाजे म्हारै मन मै आ री नाचण की,
ल्यो आ गई रे …….
मन मचल रहयो जी होली मै रंग भर ल्यो रे भग्तो झोली मै
” नरसी ” नै सागै ले चालां उ कै लटक लाग री गावण की
ल्यो आ गई रे ..
My Hivde rose up in the hills of Bhayla Khatu city of Javan,
Lyo has come to Ruth Phangan’s,
Baba’s hello ayo re mhanai khatu dham bulayo re,
Jaa Mela Maahi Dhoom Machasyan Bajan Dayo Dhun Nagan Ki,
Lyo aa gayi re……
Hill Mill’s Khatu Chalan Ji Khatu Me Ghoomar Ghalan Ji,
Dhaf Dhol Manjira Chang Baje Mharai Man Me Aari Nachan Ki,
Lyo aa gayi re…….
Man Machal Raho Ji Holi Mein Rang Bhar Lyo Re Bhagto Jholi Mein
“Narsi” nai sagai le chalan ukai latg lagri gavan ki
Lyo aa gayi re..