आई जब से दर मैं तेरे मेरे घर में है आनंद माँ
दुःख दर्द का खेल तमाशा हो गे ही बिलकुल बंद माँ
आई जब से दर मैं तेरे मेरे घर में है आनंद माँ
घर तूने मंदिर बना दिया ओ माता रानी हमारा है
हर कोई चैन से रेहता है ये आशीर्वाद तुम्हारा है,
हो गई चचडा जब से चरणों से समबंद माँ
आई जब से दर मैं तेरे मेरे घर में है आनंद माँ
जब से मेरे घर मेंवर दाती जलती तेरे नाम की ज्योति है
हर मोसम में मेरे आंगन में सुख की वर्षा होती है
हो मुस्किल और वदाओ का तूने काट दिया है फंद माँ
आई जब से दर मैं तेरे मेरे घर में है आनंद माँ
हीरे पने मुखराज तेरे कदमो में बड़े सुहाते है तेरी शान है उची महारानी
शेह्जा भी शीश जुकाते है चरणों से लगाये रखना यु किरपा करके अखंड माँ
आई जब से दर मैं तेरे मेरे घर में है आनंद माँ
Ever since the rate I am in your house, Anand Maa
The game of sorrow and pain has become a spectacle, mother is completely closed
Ever since the rate I am in your house, Anand Maa
You have made a temple at home, O mother queen is ours
Everyone lives in peace, this blessing is yours,
Ever since the mother has become attached to the feet
Ever since the rate I am in your house, Anand Maa
Ever since the light of your name is burning in my house
Every season there is rain of happiness in my courtyard
You are difficult and you have cut off promises.
Ever since the rate I am in your house, Anand Maa
Heera pane Mukhraj tere kadamo mein hai very nice hai teri shaan hai high queen
Shehja also bows his head, keep it attached to the feet and keep the unbroken mother
Ever since the rate I am in your house, Anand Maa