आज म्हारा मंदरीया मे आओ श्री नाथ जी,
गोपी ग्वाल साथी संगी लाओ श्री नाथ जी ,
हरस हरस म्हारा घर मे पधारो द्वारिका रा नाथ जी,
आज म्हारा मन्दरीया मे आओ………….
नंद के प्यारे मुरली वाले यशोदा के लाल जी,
मंन भावंन तेरी सूरत प्यारी गोविन्द गोपाल जी,
आज म्हारा मंदरीया मे……….
हलवा पूरी भोग लगाये माखंन मिश्री साथ जी,
जल्दी आओ भोग लगाओ नंद जी के लाल जी,
आज म्हारा मंदरीया मे आओ……..
घर मेरे आओ रस बरसाओ कीर्तन की रात जी,
आज म्हारा मंदरीया मे आओ……..
Come to my temple today, Shri Nath ji,
Bring Gopi Gwal fellow companion Shri Nath ji,
Haras Haras, come to my house, Dwarka Ra Nath ji,
Come to my temple today………….
Lalji of Yashoda, the beloved murli of Nanda,
Mann Bhavan Teri Surat Dear Govind Gopal Ji,
Today in my temple………..
Serve pudding with whole buttermilk, ji,
Come soon, enjoy the enjoyment of Nand ji’s Lal ji,
Come to my temple today…….
Come home to me,
Come to my temple today…….