आन बाण और शान है जो अग्रवाल समाज की ,
मिलकर सारे जय बोलो अग्रसेन महाराज की ।
मात भगवती देवी और बल्लभसेन के जाये,
नागवंश की राजकुमारी माधवी के संग ब्याहे,
तीन लोक में फैली ख्याति अग्रवंश सम्राट की,
मिलकर सारे जय बोलो अग्रसेन महाराज की ।
अग्रसेन महाराज ने अठारह गोत्र बनाये,
अग्रसेन के वंशज सारे अग्रवाल कहलाये,
स्वर्णिम गौरव-गाथा है जी अग्रवंश इतिहास की,
मिलकर सारे जय बोलो अग्रसेन महाराज की ।
पाप अधर्म और हिंसा से जब अंधकार था छाया,
सत्य अहिंसा का इन्होंने सब को मार्ग दिखाया,
नींव पड़ी तब अग्रोहा साम्राज्य की,
मिलकर सारे जय बोलो अग्रसेन महाराज की ।
It is the arrow and the pride that Agarwal Samaj has,
Say all jai together to Agrasen Maharaj.
Go to Mata Bhagwati Devi and Ballabhsen,
Marry with Madhavi, the princess of Nagavansh,
The fame of the Agravansh emperor spread in the three worlds,
Say all jai together to Agrasen Maharaj.
Agrasen Maharaj made eighteen gotras,
The descendants of Agrasen were all called Agrawals.
The golden glory is the saga of history,
Say all jai together to Agrasen Maharaj.
When darkness was shadowed by sin, unrighteousness and violence,
He showed everyone the path of truth, non-violence,
When the foundation of Agroha,
Say all jai together to Agrasen Maharaj.